डीएम कार्यालय से वन महोत्सव के तहत निकाली गई जागरूकता रैली

DM SSP ने रैली को दिखाई हरी झंडी, पर्यावरण स्वच्छता का दिया संदेश

जुलाई 18, 2024 - 15:59
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डीएम कार्यालय से वन महोत्सव के तहत निकाली गई जागरूकता रैली

इटावा डीएम कार्यालय परिसर से वन महोत्सव के तहत जागरूकता रैली निकल गई है। रैली को DM अवनीश कुमार राय एवं एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर बैङ बाजा के साथ रवाना किया गया।स्कूलों के छात्र-छात्राएं स्लोगन की तख्ती और बैनर लेकर रैली में चल रहे थे।रैली में पीछे रथ पर पेड़ रखकर पर्यावरण स्वच्छता का संदेश दिया गया है।

रैली डीएम कार्यालय से शुरू हुई और डीएफओ कार्यालय पर हुई संपन्न। इस मौके पर इटावा CDO अजय कुमार गौतम, डीएफओ अतुल कांत शुक्ला , SDO विमल कुमार , लखना रेंज क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार, भरथना बसरेहर क्षेत्राधिकारी अमित कुमार , बढपुरा क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार शर्मा , चकरनगर क्षेत्राधिकारी सत्यनारायण, वन दरोगा राम सेवक शर्मा , सौरभ कुमार वनरक्षक महेश यादव , अंजलि समेत अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे ।

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Anuj Hanumat अनुज हनुमत बुन्देलखण्ड के जाबांज एवं तेजतर्रार पत्रकार हैं। श्री हनुमत धर्मनगरी चित्रकूट के पाठा इलाके के निवासी हैं। पूरब के आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र रहे अनुज हनुमत पिछले आठ वर्षों से पत्रकारिता क्षेत्र में सक्रिय हैं। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया से सम्बंधित कई बड़े ब्रांड के साथ अनुज हनुमत काम कर चुके हैं। मौजूदा समय मे अनुज हनुमत देश के प्रतिष्ठित नेशनल चैनल JK news 24× 7 में कार्यरत हैं और Ground Zero वेब न्यूज चैनल के एडिटर इन चीफ हैं। इसके साथ ही बुन्देखण्ड के पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु भी लगातार सक्रिय हैं। वर्ष 2020 में उन्हें लखनऊ में आयोजित नेशनल यूथ फेस्टिवल में चित्रकूट से "यूथ आइकॉन" का अवार्ड भी मिल चुका है। महात्मा गांधी और गणेश शंकर विद्यार्थी को अपना आदर्श मानने वाले श्री हनुमत की ग्रामीण पत्रकार पर अच्छी पकड़ है । इसके साथ ही देश के मिनी चम्बल कहे जाने वाले चित्रकूट के पाठा इलाके में जाबांज पत्रकारिता कर डकैतो को समाप्त करने में पुलिस की मदद की । मौजूदा समय मे श्री हनुमत पत्रकारिता के साथ साथ सामाजिक कार्यो में भी सहयोग कर रहे हैं । कोरोना संकटकाल के दूसरे फेज में उनके नेतृत्व में संस्थान ने चित्रकूट के लगभग 15000 हजार आदिवासी परिवारों को मुफ्त राशन सामग्री उपलब्ध कराई । इसके साथ ही संस्थान द्वारा पत्रकार साथियो को भी किट उपलब्ध कराई गई।