दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करती चित्रकूट की आदिवासी महिलाएँ
दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करती चित्रकूट की आदिवासी महिलाएँ
ये चित्र तुलसी जलप्रपात का है जहां यूपी और एमपी की सीमा में आप आदिवासी महिलाओं को लकड़ी के गट्ठे लादकर इस पार से उस पार करते देखा जा सकता है । दो वक्त की रोटी के लिए महिलाओं का ये संघर्ष अद्भुत है इसके साथ ही सरकारी व्यवस्था और समाज को सोंचना भी चाहिए की आख़िरी पंक्ति पर संघर्ष कर रही इन महिलाओं का जीवन स्तर कैसे ऊपर उठेगा ? कुछ लोग ऐसे तुच्छ मानसिकता के हैं जो कोल समाज की आड़ में ख़ुद को मजबूत कर रहे हैं और कुछ ऐसे हैं जो अपने समाज की आड़ लेकर काली कमाई करने पर मशगूल हैं । लेकिन वास्तविकता ये है की असल में कोल आदिवासियों की स्थिति आज भी बेहद दयनीय है ।
आप सब अपनी राय दें की आख़िर कैसे आदिवासी समाज को दयनीय स्थिति से उबारा जा सके ?
आपकी क्या प्रतिक्रिया है?