Big Breaking: जगद्गुरु रामभद्राचार्य के खिलाफ हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस
तुलसी पीठाधीश्वर पद्मविभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नोटिस जारी कर जवाब मंगा है । मिल रही जानकारी के अनुसार उनसे 4 सप्ताह में जवाब मांगा गया है। उन पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप है । अब तक की जानकारी के अनुसार याचिकाकर्ता ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग थी।
जिला अदालत ने सुनवाई किए बिना ही पोषणीयता के आधार पर अर्जी को खारिज कर दिया था। जिला अदालत के इस फैसले को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इस मामले पर सुबह की नजरें बनी हुई है।। उधर इस मामले पर जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव की सिंगल बेंच में सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता प्रकाश चंद्र प्रयागराज के यमुनानगर इलाके के रहने वाले हैं। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट से रामभद्राचार्य के विरुद्ध इस मामले में शिकायत दर्ज किए जाने की मांग की है।
हाईकोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए जगदगुरू रामभद्राचार्य से पूरे मामले पर स्पष्टीकरण रखने को कहा है। फिलहाल अब तक जगतगुरु रामभद्राचार्य का इस पूरे मामले पर बयान सामने नहीं आया है ।
पूरा मामला ये है -
याचिकाकर्ता का आरोप है कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बसपा के संस्थापक कांशीराम के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। इसके अलावा रामभद्राचार्य ने बिहार में एक जाति विशेष पर भी टिप्पणी की थी। कहा था कि जो लोग जय श्री राम नहीं बोलते हैं वह एक खास जाति के हैं। इन दोनों बयानों को लेकर सपा-बसपा के समर्थकों में खासा नाराजगी देखने को मिली थी। जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग को लेकर याचिकाकर्ता प्रकाश चंद्र ने इलाहाबाद की जिला अदालत में अर्जी दाखिल की थी।
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