डीएम की अध्यक्षता में संपन्न हुई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि किसानों की फसलों को देखते हुए निराश्रित गोवंशों को शासकीय गौशालाओं में शत प्रतिशत संरक्षित कराया जाए

जुलाई 19, 2024 - 15:05
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डीएम की अध्यक्षता में संपन्न हुई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक

जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जी एन की अध्यक्षता में सीएम डैशबोर्ड के माध्यम से विकास कार्यों एवं 50 लाख से अधिक लागत के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। 
जिलाधिकारी ने सोलर स्ट्रीट लाइट, एकीकृत बागवानी, विद्युत आपूर्ति, कृषि रक्षा रसायन, प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि, फसल बीमा योजना, कुसुम योजना, आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, मुख्यमंत्री आवास योजना, मनरेगा के कार्यों, सड़कों का निर्माण, एम्बुलेंसों का संचालन, स्वास्थ्य सुविधाएं, राज्य वित्त/ 15 वित्त आयोग, पर्यटन विकास कार्यों, निपुण भारत अभियान, पोषण मिशन, मिड डे मील, गोबंशों का संरक्षण, पशु टीकाकरण, शादी अनुदान योजना, मत्स्य संपदा योजना,  पेंशन योजनाएं, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, श्रम सम्मान योजना, पारिवारिक लाभ योजना, एक जनपद एक उत्पाद आदि विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए।  डीसी एनआरएलएम को निर्देश दिए कि स्वयं सहायता समूह की ग्रेडिंग की रैंकिंग बहुत कम है अग्रणी जिला प्रबंधक से समन्वय स्थापित कर बैंकों के माध्यम से स्वयं सहायता समूह को ऋण वितरण कराया जाए परियोजना निदेशक से कहा कि प्रधानमंत्री आवास निर्माण में विकासखंड कर्वी की प्रगति बहुत खराब है इसमें सुधार कराया जाए, जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि स्वच्छ भारत मिशन फेज टू  के अंतर्गत कार्य योजना बनाकर प्रगति कराई जाए तथा स्वच्छ भारत मिशन की बैठक भी कराए, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि किसानों की फसलों को देखते हुए निराश्रित गोवंशों को शासकीय गौशालाओं में शत प्रतिशत संरक्षित कराया जाए। 

तत्पश्चात जिलाधिकारी ने 50 लाख रुपए से अधिक लागत के निर्माण कार्यों में राजकीय महाविद्यालय पाही, उद्यमिता प्रशिक्षण केंद्र, पर्यटन सुविधा केंद्र, पर्यटन के कार्यों, सूचना संकुल भवन, डिफरेंट कॉरिडोर, जल जीवन मिशन के कार्यों, बहुद्देशीय क्रीड़ा हाल, थाना भरतकूप,सरधुआ के आवासीय अनावासीय भवन निर्माण, सर्किट हाउस निर्माण, वृहद गौ आश्रय केंद्रों के निर्माण, ड्रग वेयरहाउस आदि निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी विकास कार्यों के निर्माण कार्य चल रहे हैं और उनमें प्रगति ठीक नहीं है निर्माण कार्यों को शासन की मंशा के अनुरूप समय सीमा के अंदर गुणवत्ता पूर्ण कराया जाए उन्होंने यह भी कहा कि जो निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं उसमें अगर भूमि संबंधी कोई समस्या हो तो उसको तत्काल अवगत कराया जाए ताकि निस्तारित कराया जा सके क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिए कि पर्यटन विकास के जो कार्य कराए जा रहे हैं उन कार्यों की प्रगति के बारे मे डीपीआर सहित अवगत कराया जाए। 

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, प्रभागीय वनाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ बंदना श्रीवास्तव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ सुभाष चन्द्र ,परियोजना निदेशक, डीसी एनआरएलएम ओमप्रकाश मिश्र, जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज कुमार मिश्रा, अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक अनुराग शर्मा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड सत्येंद्र नाथ, विद्युत शदीपक सिंह सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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Anuj Hanumat अनुज हनुमत बुन्देलखण्ड के जाबांज एवं तेजतर्रार पत्रकार हैं। श्री हनुमत धर्मनगरी चित्रकूट के पाठा इलाके के निवासी हैं। पूरब के आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र रहे अनुज हनुमत पिछले आठ वर्षों से पत्रकारिता क्षेत्र में सक्रिय हैं। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया से सम्बंधित कई बड़े ब्रांड के साथ अनुज हनुमत काम कर चुके हैं। मौजूदा समय मे अनुज हनुमत देश के प्रतिष्ठित नेशनल चैनल JK news 24× 7 में कार्यरत हैं और Ground Zero वेब न्यूज चैनल के एडिटर इन चीफ हैं। इसके साथ ही बुन्देखण्ड के पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु भी लगातार सक्रिय हैं। वर्ष 2020 में उन्हें लखनऊ में आयोजित नेशनल यूथ फेस्टिवल में चित्रकूट से "यूथ आइकॉन" का अवार्ड भी मिल चुका है। महात्मा गांधी और गणेश शंकर विद्यार्थी को अपना आदर्श मानने वाले श्री हनुमत की ग्रामीण पत्रकार पर अच्छी पकड़ है । इसके साथ ही देश के मिनी चम्बल कहे जाने वाले चित्रकूट के पाठा इलाके में जाबांज पत्रकारिता कर डकैतो को समाप्त करने में पुलिस की मदद की । मौजूदा समय मे श्री हनुमत पत्रकारिता के साथ साथ सामाजिक कार्यो में भी सहयोग कर रहे हैं । कोरोना संकटकाल के दूसरे फेज में उनके नेतृत्व में संस्थान ने चित्रकूट के लगभग 15000 हजार आदिवासी परिवारों को मुफ्त राशन सामग्री उपलब्ध कराई । इसके साथ ही संस्थान द्वारा पत्रकार साथियो को भी किट उपलब्ध कराई गई।